Category: Spiritual

शनि का गोचर 2022 : मिथुन राशि पर प्रभाव

मित्रों 29 अप्रैल 2022 को शनि अपनी राशि परिवर्तन करके मकर राशि से स्वराशि कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे और जैसा की आप सब जानते हैं की शनि का राशि परिवर्तन वैदिक ज्योतिष और {…}

Read More

शनि का गोचर 2022 : वृष राशि पर प्रभाव

मित्रों 29 अप्रैल 2022 को शनि अपनी राशि परिवर्तन करके मकर राशि से स्वराशि कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे और जैसा की आप सब जानते हैं की शनि का राशि परिवर्तन वैदिक ज्योतिष और {…}

Read More

शनि का गोचर 2022 : मेष राशि पर प्रभाव

मित्रों 29 अप्रैल 2022 को शनि अपनी राशि परिवर्तन करके मकर राशि से स्वराशि कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे और जैसा की आप सब जानते हैं की शनि का राशि परिवर्तन वैदिक ज्योतिष और {…}

Read More

हरितालिका तीज विशेष…

इसी दिन है ‘हरितालिका तीज’ व्रत, जानिए राहुकाल का समय 21 अगस्त 2020 शुक्रवार का दिन विक्रम संवत 2077, शक संवत 1942 के प्रमादी नामक संवत्सर के अंतर्गत आ रहा है। सूर्य दक्षिणायन है {…}

Read More

रक्षाबंधन विशेष…

रक्षाबंधन पर विशेष:- (तीन अगस्त सोमवार को है इस बार रक्षाबंधन) :-श्रावण मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन पर्व मनाया जाता है, इस दिन साधक और विद्वान् ब्राह्मण अपने देश अपने समाज {…}

Read More

नाग पंचमी विशेष…

नागपंचमी (श्रावण पंचमी) 25 जुलाई विशेष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व पर प्रमुख नाग मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है और {…}

Read More

सोमवती अमावस्या पर किए जाने वाले उपाय-

जब सोमवार को अमावस्या होती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। ऐसी अमावस्या का शास्त्रों में काफी अधिक महत्व बताया गया है। इस दिन किये जाने वाले उपायों का शीघ्र फल प्राप्त {…}

Read More

कलावा (मौली)

कलावा बांधने के पीछे छुपा हुआ है वैज्ञानिक रहस्य, जो कम लोग ही जानते होंगे, हमारे भारत देश में ऐसे बहुत से लोग है जो केवल भगवान् में बल्कि भगवान् के नाम से जुडी {…}

Read More

स्‍वास्‍तिक

वैदिककाल से ही हमारी सनातन संस्कृति में स्‍वास्‍तिक चिह्न को विशेष महत्व दिया गया है। आम धारणा में भले ही स्वास्तिक चिह्न को हिन्‍दुओं का प्रतीक चिह्न माना जाता हो लेकिन सच तो ये {…}

Read More

वात रोग और हनुमान उपासना

आयुर्वेद-शास्त्र की गणना उपवेदों में है। महर्षि शौनकरचित ‘चरणव्यूह’ ग्रन्थ में इसे ऋग्वेद का तथा ‘सुश्रुत’ में अथर्ववेद का उपवेद बतलाया गया है। इसमें आयु के संरक्षण एवं उसकी वृद्धि के विविध उपाय वर्णित {…}

Read More