शनि का गोचर 2022 : तुला राशि पर प्रभाव

शनि का गोचर 2022 : तुला राशि पर प्रभाव

मित्रों 29 अप्रैल 2022 को शनि अपनी राशि परिवर्तन करके मकर राशि से स्वराशि कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे और जैसा की आप सब जानते हैं की शनि का राशि परिवर्तन वैदिक ज्योतिष और शास्त्रों के अनुसार कलियुग में बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है। तुला राशि के लोगो पर 29 अप्रैल को होने वाले शनि के गोचर राशि परिवर्तन का क्या रहेगा प्रभाव। आइये जानते है तुला राशि एवं आपके जन्म नक्षत्रो के अनुसार।

तुला राशि – (चित्रा नक्षत्र 3 व 4 चरण, स्वामी- मंगल)

यदि गोचर में संक्रमण करता हुआ शनि आप की राशि से पंचम स्थान पर तथा आपके नक्षत्र से दसवें स्थान पर आ रहे हैं। इस काल में आप की मानसिक प्रवृति अधिक विषय भोग को चाहने वाली तथा कुछ गहरी बातो की तरफ से कम रहेगी। विपरीत लिंग की ओर आकर्षित होने लगेंगे, जातक में अधिक स्वाभिमन भी रहेगा।

इस समय क्रोध की अधिकता के कारण अपने अधिकार के लिये लड़ने झगडने की तरफ अधिक रूझान होगा। अर्थिक स्थिति कमजोर होने से परिवार पर कम खर्च का दबाव रहेगा। लाईफ पार्टनर, प्रेमी प्रेमिका या फिर बिजनेस पार्टनर के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है, और सम्बन्धों में भी तनाव आ सकता है, यदि पंचमेश की दशा भी चल रही हो तो किसी सम्बंधी का दुःखद समाचार का संकेत भी हो सकता है।

तुला राशि – (स्वाती नक्षत्र 1 से 4 चरण, स्वामी- राहु)

गोचर में संक्रमण करता हुआ शनि ग्रह आप कीराशि से पंचम स्थान पर तथा आप के नक्षत्र से नवम में आ रहा है। आप यदि विवाहित हैं तो इस काल में आपकी रूची विपरीत लिंग की तरफ अधिक रहेगी और आप में कामभाव अधिक प्रचण्ड वेग में रहेगा। यदि आप प्रेमी या प्रेमिका हैं तो, आपकी मित्रता अधिक प्रगाड़ रूप में रहेगी।

आप की रूची परिवार या सम्बंधियों को हल्के में लेने वाली रहेगी। इस राशि और इस नक्षत्र वालों का यह समय उत्तम फल देने वाला होगा। इस अवधि में आप अपने में अभिमान को प्रबल नही होने दें। हर किसी से लड़ने झगडने से चिंतायें बडेंगी और आर्थिक हानि होगी। किसी अन्य से अधिक घनिष्टता के कारण लाईफ पार्टनर से आपके सम्बन्धों में तनाव आ जाता हैं।

तुला राशि – (विशाखा नक्षत्र 1 से 3 चरण, स्वामी- गुरू)

गोचर में संक्रमण करता हुआ शनि ग्रह आपकी राशि से पंचम स्थान तथा आपके नक्षत्र से अष्ठम स्थान पर आ रहे हैं। यह समय आपके लिये आर्थिक, पारिवारिक तथा शारीरिक दृष्टि से सामान्यतः बहुत अच्छा रहेगा। अधिक विषय को चाहने वाला हो जाता है। अन्य विपरीत लिंग की तरफ अधिक झुकाव से सावधान रहें, इस से आपके लाईफ पार्टनर के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है, और यदि आप प्रेमी या प्रेमिका हैं तो अपने साथी के अतिरिक्त अन्य की तरफ रूची न लें इस से आप की मित्रता पर बुरा असर होगा।

इस अवधि में अपने विचारों के स्तर को उच्च रखें, तथा अपने पर क्रोध तथा अभिमान को हावी न होने दें। इस से धन का नाश होने लगेगा, तथा आपके साथी के साथ सम्बन्धों में भी तनाव आ जा सकता है। कुंडली में यदि पंचमेश की दशा या अंतरदशा भी चल रही हो तो, किसी सम्बंधी के विषय में दुःखद सूचना मिल सकती है।

डॉ. आर. बी. धवन से शनि गोचर का आप की कुंडली पर क्या प्रभाव रहेगा जाने के लिए यहाँ क्लिक करें https://ask.astrologer.click/astro-rbdhawan

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