BLOG

चाक्षुषोपनिषद् विद्या

नेत्र रोग का समूल नाश करने वाली ‘चाक्षुषी विद्या’ का वर्णन चाक्षुषोपनिषद् में उपलब्ध है। इस मंत्र का पाठ यदि 3 वर्ष निरंतर कर लिया जायेगा तब बिल्कुल नष्ट हुई नेत्र ज्योति पूरी तरह {…}

Read More

ग्रहों का रोगों से सम्बध

रोग की कभी-कभी पहचान नहीं हो पाती और गलत उपचार के कारण रोगी की मृत्यु हो जाती है, मगर यदि डॅाक्टर, वैद्य या चिकित्सक इस कार्य के लिए ज्योतिष का सहारा लें, तो वह {…}

Read More

चरणामृत और पंचामृत में अंतर

मंदिर में या फिर घर/मंदिर पर जब भी कोई पूजन होती है तो चरणामृत या पंचामृत दिया हैं। मगर हम में से ऐसे कई लोग इसकी महिमा और इसके बनने की प्रक्रिया को नहीं {…}

Read More

महाकाल

उज्जयिनी में राजा चंद्रसेन का राज था। वह भगवान शिव का परम भक्त था। शिवगणों में मुख्य मणिभद्र नामक गण उसका मित्र था। एक बार मणिभद्र ने राजा चंद्रसेन को एक अत्यंत तेजोमय ‘चिंतामणि’ {…}

Read More

संगीत और ज्योतिष

संगीत और ज्योतिष भारत अनादि काल से विभिन्न विद्याओं का उत्त्पत्ति स्थान रहा है। संगीत तथा ज्यौतिष का अन्योन्यश्रित सम्बन्ध है। ग्रहों के विशिष्ट स्थानों पर स्थित होने से जातक में गायन के गुणों {…}

Read More

तिलक

मस्तक पर तिलक – सनातन संस्कृति के सिवा और कहीं भी मस्तक पर तिलक लगाने की प्रथा शायद ही कहीं और भी प्रचलित हो। यह सनातन हिन्दू संस्कृति अत्यंत प्राचीन है। माना जाता है {…}

Read More

Astrological Tips for Glowing Skin

Astrological Tips for glowing skin Nowadays we humans are facing more and more skin related issues as we proceed in this pollution filled daily routine, so i thought of coming out with astrological tips {…}

Read More

वास्तु शास्त्र के टिप्स – 1

वास्तु शास्त्र के टिप्स वास्तु शास्त्र में माना गया है कि पंचतत्व (पृथ्वी,अग्नि, वायु, आकाश और सूर्य) का सही तालमेल घर में होना चाहिए। छत ऊंची हो, ताजी हवा और रोशनी आने की पूरी {…}

Read More

12 Houses & Human Body Parts

Medical Astrology is an ancient way or system of associating 12 houses & human body parts and diseases. Earliest reference related to this study of birth signs, chart house and body parts go way {…}

Read More

आध्यात्मिक स्नान विधि

आध्यात्मिक स्नान विधि सनातन संस्कृति में भोजन से भी ऊँचा स्थान स्नान का है, भोजन के लिये तो फिर भी स्वस्थ मनुष्य के लिये कभी-कभी निषेध किया जाना कोई बडी बात नहीं है, लेकिन {…}

Read More