BLOG

रक्षाबंधन विशेष…

रक्षाबंधन पर विशेष:- (तीन अगस्त सोमवार को है इस बार रक्षाबंधन) :-श्रावण मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन पर्व मनाया जाता है, इस दिन साधक और विद्वान् ब्राह्मण अपने देश अपने समाज {…}

Read More

नाग पंचमी विशेष…

नागपंचमी (श्रावण पंचमी) 25 जुलाई विशेष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व पर प्रमुख नाग मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है और {…}

Read More

सोमवती अमावस्या पर किए जाने वाले उपाय-

जब सोमवार को अमावस्या होती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। ऐसी अमावस्या का शास्त्रों में काफी अधिक महत्व बताया गया है। इस दिन किये जाने वाले उपायों का शीघ्र फल प्राप्त {…}

Read More

Kaalsarp Yog

 In astrology there are 12 Lagan and 12 rashi. Many astrologers say that there are 144 types of Kalsarp yog.  But basically only 12 types of Kalsarp yog are practically. That’s name are 1st.’Anant {…}

Read More

कलावा (मौली)

कलावा बांधने के पीछे छुपा हुआ है वैज्ञानिक रहस्य, जो कम लोग ही जानते होंगे, हमारे भारत देश में ऐसे बहुत से लोग है जो केवल भगवान् में बल्कि भगवान् के नाम से जुडी {…}

Read More

स्‍वास्‍तिक

वैदिककाल से ही हमारी सनातन संस्कृति में स्‍वास्‍तिक चिह्न को विशेष महत्व दिया गया है। आम धारणा में भले ही स्वास्तिक चिह्न को हिन्‍दुओं का प्रतीक चिह्न माना जाता हो लेकिन सच तो ये {…}

Read More

किस्मत के सितारे

संसार अनेक प्रकार के जीवों से भरा पड़ा है जिसमें मनुष्य एक विकसित प्राणी है। अपनी विकसित सोच और अदम्य इच्छा के फलस्वरूप यह मनुष्य आज हर चीज को सिद्ध करता जा रहा है। {…}

Read More

CAMPHOR REMEDIES

The daily worship rituals that we perform is done with the help of different sacred items. Camphor, too, is one amongst these items. Camphor is a volatile celestial flora. It is often lit while {…}

Read More

Basic Nature According to zodiac signs

What exactly is a horoscope? You have to understand that is basically where the stars and planets are positioned in certain time frames. Horoscope is an astrological chart of a person at a moment {…}

Read More

वात रोग और हनुमान उपासना

आयुर्वेद-शास्त्र की गणना उपवेदों में है। महर्षि शौनकरचित ‘चरणव्यूह’ ग्रन्थ में इसे ऋग्वेद का तथा ‘सुश्रुत’ में अथर्ववेद का उपवेद बतलाया गया है। इसमें आयु के संरक्षण एवं उसकी वृद्धि के विविध उपाय वर्णित {…}

Read More