शीघ्र विवाह के लिए उपाय

शीघ्र विवाह के लिए उपाय

शीघ्र विवाहार्थ सिद्धिदायक मंत्र उपाय

1 . गंधर्वराज मंत्र उपाय

यहाँ एक अति विशिष्ट उपाय बताया जा रहा हैं जो कि कन्याओं के उत्तम और शीघ्र विवाह के लिए अति श्रेष्ठ और रामबाण सिद्ध हुआ है। जब अन्य मन्त्रोपासना के उपरान्त विवाह में सफलता न मिले तो निम्नांकित मंत्र का निष्ठापूर्वक 11 हजार की संख्या में जप करना चाहिए। जप आरम्भ करने से पूर्व प्रचलित विधि से षोडशोपचार पूजन करना चाहिए। पूजन से पूर्व गन्धर्वराज का ध्यान करना चाहिए और आगे की पंक्तियों में दिए श्लोक ध्यान की स्थिति में उच्चारण करना चाहिए।

गंधर्वराज ध्यानम् :-
कन्यावृक्ष्समासीनं उद्यदादित्यसंनिभम्
अंकस्थकन्या-गन्धर्व विश्वावसु प्रभुं स्मरेत

विनियोगः
अस्य श्रीगर्न्धवराजमंत्रस्य कामदेव ऋषिः विराट छन्दः कन्याप्रदः श्री गन्धर्वराजो देवता क्लीं बीजं स्वाहा शक्तिः अमुकस्य अभिलषित कन्याप्राप्त्यर्थे जपे विनियोगः

यह कहकर निम्नलिखित अंगन्यास करें :-

क्लीं विष्वावसुनाम गन्धर्वः हृदयाय नमः
क्लीं कन्यानामधिपतिः शिरसे स्वाहा
क्लीं लभामि देवदत्तां शिखायै वषट्
क्लीं कन्यां सुरूपां कवचाय हुं
क्लीं सालंकारां नेत्रत्रयाय वौषट्
क्ली तस्मै विश्वावसवे स्वाहा अस्त्राय फट्

फिर निम्नलिखित अंगुल्यादिन्यास करें :-

क्लीं विश्वावसुनमि गन्धर्वः अंगुष्ठाभ्यां नमः
क्लीं कन्यानामधिपतिः तर्जनीभ्यां नमः
क्लीं लभामि देवदत्तां मध्यमाभ्यां नमः
क्लीं कन्यां सुरूपाम् अनामिकाभ्यां नमः
क्लीं सालंकारां कनिष्ठाभ्यां नमः
क्लीं विश्वावसवे स्वाहा करतलकरपष्भठाभ्यां नमः

गंधर्वराज मंत्र :-

क्लीं विश्वासुर्नाम गन्धर्वः कन्यानामधिपतिः लभामि देवदत्तां कन्यां सुरूपां सालंकारां तस्मै विश्वावसवे स्वाहा।

दस हजार मन्त्रोपासना करने के पश्चात् हवन, हवन का दशांश तर्पण, तर्पण का दशांश मार्जन, मार्जन का दशांश ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए।

2. भुवनेश्वरी मंत्र उपाय

भुवनेश्वरी ध्यान : –
बालार्कद्युतिमिन्दुकिरीटां तुंडग्कुचां नयनत्रययुक्ताम्
स्मरेमुखी वरदाड़़्कुशपाशां म्भोजकरां प्रभजे भुवनेश्वरीम

भुवनेश्वरी मंत्र :-
वहिन्प्रेयसी स्वाहा।
इस मंत्र का 11 हजार जप करना चाहिये। मंत्रारम्भ किसी भी नवरात्रि में प्रारम्भ करना चाहिये और नवरात्रि के 9 दिनों तक जप करते रहना चाहिये। नवें दिन हवन, तर्पण तथा ब्राह्मण भोज कराना चाहिये।

3. स्वयंवरकला मंत्र उपाय

इस मंत्र का 11 हजार जपकर हवन करें। मंत्र जप किसी भी शुभ मुहूर्त में प्रारम्भ करें। इस प्रयोग को करने से नवरात्रि तक विवाह कार्य में सफलता मिलती है या कार्य मार्ग प्रशस्त होता है ।

ह्रीं योगिनि योगिनि योगेश्वरि योगेश्वरि योगभयंकरि
सकलस्थावरजंगमस्य मुखं हृदयं मम वशमाकर्षयाकर्षय स्वाहाः

4. विजयसुंदरी मंत्र उपाय

इस मंत्र का सात दिन तक नित्य एक-एक हजार जप करने से जो वर कन्या से दूर हो या कन्या वर से दूर हो जो भी 11 हजार की संख्या में इस जप को करेगा उसे वहीं बैठे जप से आठवें दिन, आठवे सप्ताह या आठवे माह सफलता मिलेगी।

विजयसुन्दरी क्लीं

5. कुमार मंत्र उपाय

इस मंत्र को एक हजार की संख्या में नित्य 24 दिन तक जपें। जप के समय जिस वर का ध्यान करके कन्या इस मन्त्र का जप करेगी वह वर उसे शीघ्र प्राप्त होगा।
ह्रीं कुमाराय नमः स्वाहा।

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